बुरहानपुर(पॉलिटिकल रिपोर्टर)बुरहानपुर में बीजेपी ने चुनावी तैयारियों को लेकर अभी से विपक्षी दल कांग्रेस को ओव्हर टेक कर लिया है, दरअसल कांग्रेस में संगठन के मुखिया का पद एक महीने से खाली पडा है कांग्रेस अध्यक्ष पद के खाली स्थान को भरने की माथा पच्ची में लगी हुई है इससे युवा कार्यकर्ताओं का भी मनोबल टूट रहा है सियासी जानकारों की माने तो इससे कांग्रेस को चुनाव के समय नुकसान झेलना पडेगा।
खंडवा बुरहानपुर लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह ने पार्टी के नेताओं पर चुनावी काम ठीक से नहीं करने की शंका जताई थी और इसकी शिकायत कांग्रेस आलाकमना को की थी इस पर पार्टी आलाकमान ने 9 दिसंबर को खंडवा बुरहानपुर जिलों की ईकाइया भंग कर दी है इसके बाद इस पद की पूर्ति के लिए रायशुमारी करने के लिए राष्ट्रीय सचिव स्तर के पदाधिकारी को पर्यवेक्षक बना कर भेजा लेकिन उसका परिणाम भी आज तक नहीं आया 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के लिए अध्यक्ष नहीं होने के चलते प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बुरहानपुर में झंडा वंदन व अध्यक्ष के संदेश के वाचन के लिए पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन को जिम्मेदारी दी है
दरअसल खंडवा बुरहानपुर पूर्व पीसीसी चीफ अरूण यादव का प्रभाव वाला इलाका है अरूण यादव को कांग्रेस में फिलहाल उनके विरोधी हाशिए पर लाने के लिए जुटे है खंडवा बुरहानपुर दोनों जिलों में जिला ईकाइ में अरूण यादव समर्थकों का कब्जा था इधर कांग्रेस अपने नए अध्यक्षों की नियुक्ती में मशरूफ है वहीं बीजेपी ने मिशन 2023 विधानसभा चुनाव और मिशन 2024 लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी का मतदान प्रतिशत बढाने के बहाने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए बूथ विस्तार कार्यक्रम शुरू कर दिया है सियासी जानकारों की माने तो इससे आने वाले दोनों चुनाव में बीजेपी को तो फायदा मिलेगे लेकिन विपक्षी दल कांग्रेस जो अभी अपने अध्यक्षों की नियुक्ती में व्यस्त है उसे इसका नुकसान झेलना पडेगा
बीजेपी की अभी से चुनावी तैयारी और कांग्रेस में अपने ऩए संगठन के मुखिया के इंतजार को लेकर युवा कार्यकर्ताओं में मिली जुली राय है कोई कहना है बिना मुखिया के भी कांग्रेस अच्छा काम कर रही है तो कोई कहता है मुखिया का होना जरूरी है
उधर 18 साल से कांग्रेस अध्यक्ष पद संभाल रहे पूर्व पीसीसी चीफ अरूण यादव के करीबी अजय रघुवंशी का कहना है पार्टी में अध्यक्ष नहीं होने से कोई फर्क नहीं पडता पार्टी की विचारधारा ही कार्यकर्ताओं के लिए अध्यक्ष का काम करती है अभी से बीजेपी के व्दारा चुनाव के लिए की जा रही तैयारी से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होगा दरअसल बीजेपी जनता से वादाखिलाफी लगातार कर रही है इस खाई को पाटने के लिए अभी से अपने कार्यकर्ताओं को साधने में लग गई है पहली बार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए रायशुमारी पर उनका कहना है पार्टी की बडी सोच है कि अगला अध्यक्ष सबकी राय और सबकी पसंद का होना चाहिए