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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ कुणाल पाटिल |
दानिश रज़ा खान भोपाल। मध्य प्रदेश में संगठन सृजन अभियान के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। बुरहानपुर के लिए नियुक्त AICC ऑब्जर्वर एवं महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुणाल पाटिल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। महाराष्ट्र के धुले ग्रामीण से दो बार विधायक रह चुके कुणाल पाटिल को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता दिलाई गई।
कुणाल पाटिल का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है। उनका परिवार 45 वर्षों से पार्टी से जुड़ा रहा है। 2024 के विधानसभा चुनाव में उन्हें धुले ग्रामीण सीट से हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज थीं। कुछ दिन पहले उन्होंने महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष से गुप्त मुलाकात भी की थी, जिसे उन्होंने 'निजी कार्य' बताया था।
AICC ने कुणाल पाटिल को बुरहानपुर ज़िलें के संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी थी। कुणाल पाटिल की इस राजनीतिक फैसले को बीजेपी की आगामी महाराष्ट्र निकाय चुनावों की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
कुणाल पाटिल का बीजेपी में आना कांग्रेस के लिए न सिर्फ बुरहानपुर, बल्कि महाराष्ट्र में भी बड़ा नुकसान माना जा रहा है। अब कांग्रेस की चुनौती होगी कि वह संगठन सृजन के इस दौर में ऐसे झटकों से कैसे उबरती है।
वही देखना यह भी दिलचस्प होगा कि बुरहानपुर के लिए नियुक्त किए गए AICC ऑब्जर्वर कुणाल पार्टी तो बीजेपी में शामिल हो गए, लेकिन अब बुरहानपुर के नए ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी किस नेता को मिलती है यह समय बताएगा