दानिश रज़ा खान बुरहानपुर। सोशल मीडिया पर वायरल हुए महाविद्यालयीन अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास के वीडियो ने सवाल खड़े कर दिए थे। वीडियो में जन्माष्टमी के अवसर पर बाहरी पुरुषों को छात्रावास में देखा गया, जिसके बाद यह मुद्दा नियमों के उल्लंघन से जोड़कर उछाला गया। लेकिन जब BNC न्यूज़ की टीम ने पड़ताल की, तो मामला कुछ और ही निकला।
जानकारी के अनुसार, छात्रावास में रह रही बालिकाओं ने फिटनेस व डांस क्लास की इच्छा जताई थी। तीन दिन की सरकारी छुट्टी के चलते अधीक्षक सीमा करोड़ा विभागीय अनुमति नहीं ले पाईं, मगर बालिकाओं के बार-बार आग्रह करने पर उन्होंने जुंबा टीम को बुलाने की अनुमति दी। अधीक्षक ने पहले मनाही भी की थी, लेकिन छात्राओं के लगातार आग्रह पर टीम को बुलाया गया।
अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि आए हुए लोग क्लब से जुड़े शिष्ट पेशेवर थे, न कि कोई संदिग्ध व्यक्ति। इस मामले को सोशल मीडिया पर गलत ढंग से पेश किया गया और हकीकत को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया।
सहायक आयुक्त ने कहा है कि नोटिस देकर जांच कराई जाएगी। फिलहाल, यह साफ है कि वायरल वीडियो की सच्चाई उतनी नकारात्मक नहीं है, जितनी दिखाई जा रही है।